50 हजार महिला जौहरी 1 साल में खाते में 900 करोड़ जमा

 हीरों में मंदी के बावजूद एक भी जौहरी की छूटी नहीं हुई है


50 हजार महिला जौहरी 1 साल में खाते में 900 करोड़ जमा. पिछले 10 साल मैं महिला साझेदारी मैं औसत 30% को 33%  ऊपर चला गया.

महिला रत्न कलाकारों की बढ़ती संख्या पीछे कई कारण हैं। फील्ड में काम करो रुपये कर रही महिला मजदूर 400 जितना डहाड़ी दिया जाता है तो नैमित्तिक श्रम में रु.200 प्राप्त हुआ है। यहां एसी में बैठे हुए महिला रु. 15-30 हजार कमा सकते हैं,डिग्री की कोई जरूरत नहीं है।

भावनगर से लगभग 35 हजार रोड हीरा निर्यात: अध्यक्ष का दावा.


पिछले साल देश से 1,76,000 रु करोड़ों के हीरों का निर्यात किया गया, जिसमें भावनगर की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत है जितना इस प्रकार, तैयार रुपये यहाँ 35,000 करोड़ के हीरे का निर्यात किया गया है ” छगनभाई नवादिया (अध्यक्ष, हीरा)(विनिर्माण कल्याण संघ, भावनगर).


यहां किसी डिग्री की जरूरत नहीं है महिलाएं अपने कार्यों में आत्मविश्वास हासिल करती हैं

भावनगर जिले का हीरा व्यवसाय हजारों महिलाओं के जीवन में हीरे की तरह चमकें प्रेम संबंध है बिना किसी डिग्री के यह व्यवसाय लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करता है पिछले दस वर्षों के दौरान महिलाओं जौहरियों की संख्या 30 से बढ़कर 33 हो गई हैपहुंचा जा चुका है. भावनगर शहर जिले मेंलगभग सवा दो लाख से अधिक रत्न कलाकार काम करते हैं इसे करते हुए महिला रत्न कलाकार संख्या लगभग 50 हजार है और वे हर महीने औसतन 15 हजार से ज्यादा की आमदनी प्रति वर्ष उनके खाते में 900 यह देखते हुए कि वह कमाते हैं.करोड़ों से अधिक की राशि वेतन के रूप में जमा की जा रही है.जिससे उनका जीवन भी चमक उठता है. 



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